आज बहुत बारिश हो रही है ,रीमा को पुरानी बाते याद आ रही थी , आज वो ऑफिस से निकली तो उस ने देखा की बारिश बहुत तेज़ थी, वो किसी तरह जल्दी घर आई , चाय का कप ले कर पुरानी यादों में खो गई , उसे वो दिन याद आ रहे थे , जब वो नई जगह जॉब कर रही थी और हॉस्टल में रहती थी।
वो अपना काम कर के वापस जा रही थी , जिस रास्ते से वो रोज जाती थी ,बारिश की वजह से वो बंद हो गया था ।
उसे घूम के जाना था, मगर बारीश बहुत तेज थी, और वो रास्ता भूल गई , दूर दूर तक कोई दिख भी नहीं रहा था। इतने में उसे एक पेट्रोलपम्प दिखा, उसे लगा की यहाँ कोई ना कोई मिल ही जायेगा।
रीमा ने पेट्रोलपम्प वाले से पूछा की आपको ये पता मालूम है में रास्ता भुल गई हूँ ? तभी वहा २ लड़के बोले हम छोड़ देते है ₹, कोई और रास्ता ना समझ आने की वजह से उसने हामी भर दी, और अपनी गाड़ी से उनके पीछे चल दी, अभी थोड़ा ही चले थे कि अचानक से होस्टल का रास्ता मिल गया, रीमा अंदर जाने लगी तब तक वो दोनों वही से रीमा को देखते रहे ।
एक दिन उसे आने में देर हो गई, हॉस्टल पहुंची तो रुममेट ने कहा की कोई उससे मिलने आया था और बहुत हैंडसम था । जब वो दोबारा आए तो रीमा ने देखा कि वो दोनो थे वही थे जो उस रात उसे होस्टल तक छोड़ने आए थे।
उन्होंने बताया कि वो आर्मी में हैं और यहां ट्रेनिंग के लिए आए हैं, धीरे धीरे मुलाकातें बढ़ने लगीं वो । अमूमन हर रविवार को वो मिलते, वक़्त कैसे बीता पता ही नहीं चला।
तीनों अच्छे दोस्त बन गए थे, लेकिन विजय से रीमा का लगाव अलग था, फिर वो दिन भी आया जब उन्हें जान था। विजय का यूँ चला जाना रीमा के मन को खाली कर गया था। कुछ दिनों तक तो उसके खत आए, लेकिन फिर वो भी बंद ही गए, और रीमा भी अपनी दुनिया में, काम में व्यस्त हो गई।
इस बात को 15 साल बीत चुके हैं, लेकिन आज भी बारिश होते ही उसका मन उन्हीं पुरानी यादों में गोते खाने लगता है।