ऐसे अहंकार को छोड़ देना अच्छा जो इंसानियत ना सिखाए..
ऐसी राह को छोड़ देना अच्छा जो गलत दिशा में जाए…
ऐसे मित्र को छोड़ देना अच्छा जो बुरे वक्त में काम ना आए..
ऐसी आईने को छोड़ देना अच्छा जो असली चेहरा ना दिखाएं…
उस दरवाजे को छोड़ देना अच्छा जहां सम्मान खत्म हो जाए..
ऐसे जीवन को छोड़ देना अच्छा जो किसी के काम ना आए…
डॉ पूर्णिमा दिवेदी