आजादी
आजादी के पूर्व, भारतीय
लोगों लगाते थे नारा_
“भारत छोड़ों, भारत छोड़ों।”
अंग्रेजों के विरुद्ध!!!
एकसूत्रता से बांधने,
पुरे देश को,
एक भाषा से जोड़ों।।
हिन्दी। जीसको घोषित, करना होगा राष्ट्र भाषा हिंदी।
आजादी के लिए…
अपने खून की नदियां
बहाई थी शहिदों ने।
पारिवारिक सुखों की,
कुर्बानीं दीं थी ,
स्वातंत्र्य सेनानीयों ने।
सभी आबालवृद्ध
नागरिकों ने।
तब हमें मिली थी आजादी!
आजादी के बाद…
हिंद में माहौल आ गया था, अंग्रेजी का !!!
“हिंदी छोड़ों, अपने आप को अंग्रेजी , के साथ जोड़ों।”
किंतु अभी अपने देश में,सोयी हुई , खोई हुई ,
राष्ट्र भाषा एवं मातृ भाषाओं,
फिर से,
जाग जायेंगी
भावना मयूर पुरोहित हैदराबाद